*8वीं वाहिनी आई०टी०बी०पी० गौचर ने मनाया बल का 62 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास से।*

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8वीं वाहिनी आई०टी०बी०पी० गौचर ने मनाया बल का 62 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास से।

चमोली

8वीं वाहिनी, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल, गौचर परिसर में श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं वाहिनी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में 62वें आई०टी०बी०पी० के स्थापना दिवस, 2023 को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बल स्थापना दिवस के इस पावन अवसर पर श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं वाहिनी के द्वारा बल ध्वजारोहण किया गया।

ध्वजारोहण के दौरान बल की सैन्य टुकड़ी / परेड़ के द्वारा सशस्त्र बल ध्वज सलामी दी गई तथा सलामी के दौरान बल गीत की धुन पर बल गीत गाया। ध्वजा रोहण के पश्चात् श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं वाहिनी के द्वारा उपस्थित परिवार गण, अधिकारी गण, अधीनस्थ अधिकारी गण, हिमवीर जवानों को अपने संबोधन के माध्यम से भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के 62वें स्थापना दिवस एवं विजयदशमी के शुभ अवसर पर दशहरा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं प्रदान की गई।

सेनानी 8वीं वाहिनी ने अपने संबोधन के माध्यम से बताया कि इस बल का गठन भारत-चीन युद्ध, 1962 के पश्चात भारत की उत्तरी सीमाओं की सुरक्षा एवं निगरानी के मद्देनजर 24 अक्टूबर, 1962 को किया गया था। आज इस बल की 61वीं वर्षगाँठ मनाने जा रहे है। 61 वर्षो की लम्बी अवधी के दौरान कोई भी व्यक्ति व संगठन इतना परिपक्व हो जाता है कि वो अपने अनुभवों को अपनी भावी पीढ़ी के समक्ष साझा कर नित नये आयाम तक पहुँचा सकता है। इस बल के अधिकारियों एवं जवानों की कर्तव्यनिष्ठा के परिणामस्वरूप बल ने अपनी 61 वर्ष की आयु के दौरान कई महत्वपूर्ण उपब्धियाँ हासिल की है जिसके चलते यह बल देश के प्रमुख अर्द्धसैनिक बलों में अपना विशेष स्थान रखता है।

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान अन्तरराष्ट्रीय सीमा सुरक्षा और देश की शांति व्यवस्था के लिये ना सिर्फ दिन-रात सीमा पर मुस्तैद रहते है, बल्कि किसी भी आपदा और संकट के समय में भी बचाव राहत कार्यों के लिये सदैव तत्पर रहते है, जिस पर हमें गर्व है।

8वीं वाहिनी, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल प्रतिकूल भौगोलिक एवं उच्च हिमालयी क्षेत्र में दिन-रात सीमा की चौकसी में तत्पर है, इसके अतिरिक्त हमारी तैनाती देवभूमि उत्तराखण्ड के धार्मिक एवं पर्यटन स्थल जैसे क्षेत्रों में भी है, जहाँ देश-विदेश के लाखों पर्यटक / श्रद्धालु आते है, ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।

 

मुझे अति गर्व है कि सीमा चौकसी के अतिरिक्त 8वीं वाहिनी के जवानों के द्वारा हजारों श्रद्धालुओं को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्रदान करने हेतु, बचाव एवं राहत कार्यों को बेहतरीन तरीके से किया जाता रहा है। भविष्य की चुनौतियों के लिए भी हम आम नागरिकों की सुरक्षा व सहायता के लिए तत्पर है।
संबोधन के उपरान्त परेड कमाण्डर के द्वारा बल स्थापना दिवस परेड़ निष्क्रमण की अनुमति ली गई। महोदय की अनुमति के उपरांत परेड कमाण्डर द्वारा परेड़ निष्क्रमण किया गया। परेड़ निष्क्रमण के उपरान्त सेनानी महोदय के द्वारा उपस्थित सभी पदाधिकारियों से मिलकर कर बल स्थापना दिवस एवं दशहरा पर्व की हार्दिकबधाईयाँ दी गई ।

इस अवसर के द्वितीय सत्र के दौरान श्रीमती मुजफ्फर नसीमा, चीफ पैट्रन, हिमवीर वाईव्ज वलफेयर एसोसिएशन, 8वीं वाहिनी के मुख्य आतिथ्य में पहाड़ियों की तलहटी के मध्य में स्थित कैम्प में आई०टी०बी०पी० परिवार के बच्चों में मनोदैहिक विकास एवं आदर्श नागरिक उत्तरदायित्व की भावना के विकास हेतु बच्चों के मध्य विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जवानों के मध्य बोरा दौड़, तीन टांग दौड़, रस्सा कसी प्रतियोगिता तथा हिमवीर महिला सदस्यों के मध्य बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

उक्त कार्यक्रम के दौरान हिमवीर परिवारों / बच्चों हेतु प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत से संबंधित व पर्वतारोही उपकरणों के प्रति जागरूकता के मद्देनजर प्रदर्शनी लगाई गई।

अन्त में मुख्य अतिथि महोदया के द्वारा प्रतियोगियों को प्रोत्साहन स्वरूप उचित पुरस्कार प्रदान किया गया तथा विजयदशमी के शुभ अवसर पर दशहरा की हार्दिक बधाई दी गई तथा मिष्ठान वितरण के उपरान्त कार्यक्रम का समापन किया गया।


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