महामृत्युंजय महादेव मंदिर देवधूरा में तीन दिवसीय पूजा-अर्चना के उपरांत मंदिर का नव निर्मित विशाल गुंबद पर क्लश प्रतिष्ठापित किया गया।

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नारायणबगड़/ चमोली

महामृत्युंजय महादेव मंदिर देवधूरा में तीन दिवसीय पूजा-अर्चना के उपरांत मंदिर का नव निर्मित विशाल गुंबद पर क्लश प्रतिष्ठापित किया गया।
पिंडर घाटी में प्रसिद्ध और आस्था का केंद्र महामृत्युंजय महादेव मंदिर देवीधुरा में माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के अवसर पर निर्माणाधीन मंदिर के गुंबद पर विशाल कलश को प्रतिष्ठापित किया गया।
पौराणिक काल से कन्नौज के राजाओं का आराध्य आशुतोष महामृत्युंजय महादेव मंदिर देवीधुरा में पिछले 6 वर्षों से पौराणिक मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य शिव भक्तों के सहयोग से किया जा रहा है जिसमें यहां के 30 गांवों की ग्राम समितियां और यहां केस्थानीय लोग बढ़ चढ़कर हमेशा से भागीदारी करते आ रहे हैं। पिछले 3 दिन पूर्व नवमी की तिथि से कलश और मंदिर गुंबद की पूजा अर्चना की प्रक्रिया आज एकादशी पर्व पर मंदिर के विशाल गुंबद पर कलश को स्थापित करने के साथ ही मंदिर में भव्य पूजा अर्चना हवन मंदिर की परिक्रमा सहित भगवान आशुतोष के दर्जनों दर्जनों भक्तों ने अपनी हाजिरी महापूजा महादेव मंदिर में लगाई और कलश स्थापना के साक्षी बने।
बताते चलें कि यह महामृत्युंजय महादेव मंदिर कन्नौज के राजाओं का आराध्य देव आशुतोष भगवान महामृत्युंजय का है और यहां पौराणिक काल से ही तमाम श्रद्धालुओं की अगाध आस्था बनी हुई है तथा मान्यता है कि जो यहां अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं यह भी यहां प्रचलित है कि शिवरात्रि के दिन रात में जो निसंतान दंपति यहां खड़ा दीपक जलाकर रात्रि जागरण करते हैं उनके लिए भगवान आशुतोष निश्चित ही पुत्र प्राप्ति का वरदान देते हैं।और यूं तो महामृत्युंजय मंदिर साल भर श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है लेकिन सावन के महीने में शिव भक्तों का यहां हजारों हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ती है और पूजा अर्चना कर अपनी मनौतिया़ मांगते हैं।
आपको बताते चलें कि यहां पर जो मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है इसमें राजस्थान के ललितपुर ग्रै पत्थरों से इस मंदिर का निर्माण किया जा रहा है जो कि लाखों लाखों रुपए की लागत यहां पर पहुंच रही हैं।मंदिर समिति के अध्यक्ष बृजमोहन बुटोला ने बताया कि लगभग मंदिर के पुनर्निर्माण कार्य पर अभी तक एक करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च की जा चुकी है जो कि तमाम शिव भक्तों ने दान स्वरूप मंदिर समिति के लिए दिया है और उन्होंने कहा कि आगे भी लगभग 30 से 40 लाख रुपए की लागत अभी और मंदिर निर्माण के पूरा होने के लिए जरूरत पड़ेगी।
इस अवसर पर पुजारी सुरेन्द्र प्रसाद पांडे,रावल थान सिंह,रावल रामसिंह,डॉ भूपेंद्र मेहरा,मोहन प्रसाद,सीमा रावत,कोषाध्यक्ष अब्बल सिंह सणकोटी,निर्माण समिति अध्यक्ष भगतसिंह बुटोला,नरेंद्र सिंह भंडारी,पुष्कर सिंह,दयालसिंह तड़ाकी,गोपाल सिंह,दर्शन सिंह,कर्ण सिंह चौधरी आदि उपस्थित रहे।


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