नरभक्षी गुलदार को शूटरों ने किया ढेर* *क्षेत्रवासियों ने ली चैन की सांस*

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*नरभक्षी गुलदार को शूटरों ने किया ढेर*

*क्षेत्रवासियों ने ली चैन की सांस*

नरेन्द्रनगर।

 

विधानसभा नरेंद्रनगर के पसर गांव में एक व्यक्ति को निवाला बनाने वाले नरभक्षी गुलदार को वन विभाग की शूटर टीम ने 33 घंटे के भीतर ढेर कर दिया। जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया था। गुलदार के ढेर होने के बाद ग्राम प्रधान ने डीएम से गांव में री-पोल की मांग की है। हालांकि डीएम/जिला निर्वाचन अधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि पसर गांव बूथ पर री-पोल नहीं होगा।
बता दें कि सोमवार 14 फरवरी को सुबह करीब साढ़े 6 बजे नरेंद्रनगर ब्लॉक के ग्राम पसर के राजेंद्र सिंह (54 वर्ष) घर के आंगन में जा रहे थे लेकिन वहां घात लगाए बैठे गुलदार ने उन पर हमला कर मार डाला। जिससे गांव में दहशत पैदा हो गई। बीते एक माह के भीतर गुलदार-मानव संघर्ष की चौथी घटना बताई जा रही है।
ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने, शूटर तैनात करने और गुलदार की लोकेशन ट्रैक करने के लिए कैमरे लगाने की शूरू की घटना से मांग करते आ रहे थे। लेकिन वन विभाग ने इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद उक्त घटना के चलते ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया था। डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव ने भी चुनाव के दिन गांव पहुंचकर ग्रामीणों की मांग पर कार्रवाई का भरोसा देते हुए तत्काल तीन शूटर तैनात कराए। साथ ही स्कूली बच्चों के लिए वाहन लगाने, गश्त बढ़ाने और निगरानी समिति गठित कराई। बावजूद इसके ग्रामीणों ने वोटिंग नहीं की। सोमवार रात को ही वन विभाग के शूटर बलवीर सिंह पंवार, जॉय हुकील और उनके एक अन्य साथी ने गांव के पास झाड़ियों पर नरभक्षी गुलदार पर दो गोलियां दागी, लेकिन वह लहूलुहान होने के बाद भाग निकला। शूटर दल रातभर गांव में तैनात रहा। मंगलवार को अपरान्ह सवा दो बजे पसर गांव से 1 किलोमीटर दूर नीचे जंगल की ओर आदमखोर बाघ को शिकारी जॉय हुकील ने गोली दागकर मार गिराया। जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। वन रेंजर विवेक जोशी ने गुलदार को शूट कर उसके ढेर होने की पुष्टि की। कहा कि यह नर गुलदार था,जिसकी उम्र 7 साल है। वन विभाग की टीम गुलदार के शव को लेने गांव पहुंच रही है। इसके बाद उसे नरेंद्रनगर रेज ऑफिस ले जाया जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद गुलदार के शव को दफनाने की कार्रवाई की जाएगी। ग्राम प्रधान नीलम रावत, पूर्व प्रधान जोत सिंह रावत, देवेंद्र सिंह ने वन विभाग के शिकारी दल और प्रशासन का आभार जताया। उन्होंने प्रशासन से गांव में री-पोल करने की मांग की। लेकिन डीएम ने कहा कि इस तरह का कोई प्राविधान नहीं है।
गुलदार के ढेर होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।


बताते चलें कि 20 जनवरी को गुलदार द्वारा मटियाली के काटल गांव में एक 15 वर्षीय बालिका पर की गयी पहली घटना से ही क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था, लोग पांच-5:30 बजे घरों के अंदर दुबक जाते थे और सुबह 7:00 से 7:30 बजे से पहले दहशत के मारे घरों से बाहर नहीं निकल रहे थे।
बताते चलें कि नरभक्षी गुलदार ने बेरनी गाँव की देवकी देवी और पसर गांव के राजेंद्र सिंह रावत उर्फ भगत को निवाला बनाया जबकि 2 को हमला कर घायल किया।
नरभक्षी गुलदार के ढेर होने पर समूचे क्षेत्र की 7 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन/वन विभाग और शूटर जाय ह्विकिल सहित अन्य शूटरों का आभार जताया।


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