जंगली जानवरों के कारण खेती पर संकट बढ़ रहा है जानवरों से खेती बचाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता  है।

Spread the love

जंगली जानवरों के कारण खेती पर संकट बढ़ रहा है जानवरों से खेती बचाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता  है।

चमोली

जोशीमठ प्रखंड के ग्राम पसारी वार्ड के फरकिया ग्वाड में मानव संसाधन अधिकार व हिमालय बचाओ अभियान की एक बैठक आयोजित की गई इस बैठक आयोजन एक्शन एड इंडिया व जनदेश के द्वारा संयुक्त रूप में किया गया बैठक में सबसे पहले तीन सामाजिक मानव अधिकार कार्यकर्ता का चयन किया गया बैठक में हिमालय में हो रही जलवायु परिवर्तन के बारे में विस्तार से बात की गई लोगों को जलवायु अनुकूल मोटे अनाजों की खेती करने के बारे में जानकारी दी गई स्थानीय लोगों ने अपने गांव की समस्याओं पर चर्चा की गई लोगों ने बताया कि उनकी सबसे बड़ी समस्या जंगली जानवरों की समस्या है।

कृषि फसल को जंगली जानवर बर्बाद कर दे रहे हैं गांव में संपर्क मार्ग की समस्या इन समस्याओं पर लोगों ने बैठक में अपनी बात रखी गांव वालों ने यह भी कहा कि जंगली जानवरों की समस्या को लेकर कई बार नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ वन विभाग को पत्र लिख कर दिया गया फिर भी कोई कार्यवाही नहीं की गई बैठक में 25 महिलाओं ने प्रतिभाग किया। जंगली जानवरों के संबंध में एक ज्ञापन पत्र जिलाधिकारी चमोली को प्रेषित किया गया। महिलाओं ने संकल्प लिया कि हम अपने पारंपरिक बीजों को बचाने के लिए प्रयास करेंगे और जैविक खेती को बढ़ावा देंगे उन्होंने कहा कि हमने अपनी संस्कृति लोकगीत भाषा को जीवित रखा है और आने वाले पीढ़ी को इसको बचाने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। बैठक में अनुराधा कलावती पवित्रा मंजू साधना ममता आदि लोगों ने भाग लिया।


Spread the love
error: Content is protected !!