अलकनंदा नदी के कटाव से क्षतिग्रस्त रानों – सरमोला, रानों – क्वींटी, तथा सारी छिनका रूद्रप्रयाग को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर आवाजाही शुरू करने हेतु रेलवे द्वारा निर्माण कार्य किया किया जा रहा है ।

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अलकनंदा नदी के कटाव से क्षतिग्रस्त रानों – सरमोला, रानों – क्वींटी, तथा सारी छिनका रूद्रप्रयाग को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर आवाजाही शुरू करने हेतु रेलवे द्वारा निर्माण कार्य किया किया जा रहा है ।

चमोली

विगत 14 अगस्त को अलकनंदा नदी में आई बाढ़ के पानी से गौचर भट्टनगर होते हुवे विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने वाला मोटर मार्ग रानों गांव के निकट अलकनंदा नदी के किनारे वाला हिस्सा तकरीबन 30 – 40 मीटर तक बह गया था। लोनिवि पोखरी और स्थानीय पुलिस द्वारा जनता से अपील करते हुये मार्ग को बड़े वाहनों की आवाजाही की लिये बंद कर दिया गया था। तब स्थानीय जनप्रतिनिधियों व लोनिवि पोखरी द्वारा कहा गया था कि रेलवे ने नदी में रेलवे ब्रिज का जो पिलर बनाया है उसके वजह से नदी का रुख मोटर मार्ग की ओर होने से मार्ग को क्षति पहुंची है। लिहाजा इस क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग का निर्माण कार्य रेलवे के द्वारा ही किया जाना चाहिए। लोनिवि पोखरी द्वारा जिलाधिकारी चमोली को भेजी गई रिपोर्ट पर जिलाधिकारी द्वारा इस मोटर मार्ग को बनाऐ जाने के निर्देश यहां कार्यरत रेलवे के अधिकारियों को दिऐ गये। जिसके अनुपालन में रेलवे द्वारा मार्ग पर क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग पर आवाजाही हेतु कार्य शुरू करने के लिऐ फिलहाल क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग के ऊपरी हिस्से की जमीन काट कर निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस दौरान ग्राम प्रधान रानों चन्द्र सिंह भंडारी ने क्षेत्रीय लोगों से अपील करते हुये कहा है कि निर्माण कार्य के दौरान कार्य बाधित न हो सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही को बंद रहेगी। ग्राम प्रधान चन्द्र सिंह भंडारी, उत्तम सिंह भंडारी आदि का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से बंद इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही कल से शुरू होने की संभावना है।


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