मनरेगा के अंतर्गत मुख्य विकास अधिकारी डॉ ललित नारायण मिश्र की अध्यक्षता में हुई रेखीय विभागों की समीक्षा।

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मनरेगा के अंतर्गत मुख्य विकास अधिकारी डॉ ललित नारायण मिश्र की अध्यक्षता में हुई रेखीय विभागों की समीक्षा।

चमोली

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अन्तर्गत शनिवार को डॉ ललित नारायण मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी चमोली की अध्यक्षता में केन्द्राभिसरण / युगपितिकरण से सम्बन्धित रेखीय विभागो की समीक्षा की गई।

बैठक में केन्द्राभिसरण के तहत प्रस्तावित कार्यो की विभागवार समीक्षा करते हुए अवगत कराया गया कि वितीय वर्ष 2022-23 में मनरेगा केन्द्राभिसरण के तहत विभागीय योजनाओं पर रू0 492.72 लाख व्यय किया गया है, तथा वितीय वर्ष 2023-24 में विद्यमान शासकीय योजनाओं के स्वरूप को बढ़ाये जाने एवं अधिकाधिक ग्रामीणों को योजनाओं से लाभान्वित किये जाने के दृष्टिगत केन्द्राभिसरण का परिव्यय रू0 3917.00 लाख रखा गया है, जिसमें कमश चाय विकास बोर्ड 243.77 लाख, जडी बूटी 27.99 लाख, पशुपालन 31:01 लाख, पंचायतराज 132.00 लाख, उद्यान 117.50 लाख, रेशम 5.70 लाख मत्स्य 35.44 लाख, सगन्ध पौधा केन्द्र 36.91 लाख, कृषि विभाग 20.00 लाख, ग्राम्य विकास 2683.00 लाख, स्वजल 47900 लाख, बाल विकास 105.00 लाख विभागीय अशं सहित परिव्यय निर्धारित किया गया है।

इस संदर्भ में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समस्त रेखीय विभागो को यथाशीघ्र प्रस्तावित कार्यों के प्रस्ताव / आगणन वितीय स्वीकृति हेतु उपलब्ध करवाये जाने के निर्देश दिये गये। विभागो से यह भी अपेक्षा की गई कि वे प्रस्तावित कार्यों में अभिनव पहल के तहत जनपयोगी कार्यों एवं वार्डर विलेज की आवश्यकता के अनुरूप कार्यों को सम्मिलित करें।
बैठक में बताया गया कि अभी तक चाय विकास बोर्ड, जडी-बूटी शोध संस्थान एवं पशुपालन विभाग से प्रस्ताव / आगणन वितीय स्वीकृति हेतु प्राप्त हुऐ है। अन्य रेखीय विभाग बन, उद्यान, कृषि, पंचायतीराज, रेशम, डेयरी विकास, केप, स्वजल के अधिकारियों से भी यथाशीघ्र अपने विभागीय प्रस्ताव वितीय स्वीकृति हेतु उपलब्ध करवाये जाने के निर्देश दिये गये।

 

मुख्य विकास अधिकारी द्वारा चाय विकास बोर्ड से पूर्व चिन्हित विकास खण्डों के अतिरिक्त अन्य सम्भावित क्षेत्रों में चाय बगान सर्वेक्षण एवं मृदा परीक्षण करवाये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही उद्यानीकरण / वृक्षारोपण हेतु प्लांटिगं मेटिरियल जनपद में तैयार करने के दृष्टिगत उद्यान, रेशम, जड़ी-बूटी, केप, एवं नेषज को प्रस्तावित कार्यों में अधिकाधिक नर्सरी निर्माण के कार्यों को प्रमुखता दिये जाने के निर्देश दिये गये।


बैठक में सभी रेखीय विभागों से यथाशीघ्र अपने प्रस्ताव / आगणन वितीय स्वीकृति हेतु उपलब्ध उपलब्ध करवाये जाने की अपेक्षा की गई। ताकि शीघ्रातिशीघ्र कार्यों को प्रारम्भ करवाया जा सके।
बैठक में श्री आनन्द सिंह, परियोजना निदेशक, डीआरडीए, डॉ.महेश कुमार, जिला विकास अधिकारी सहित समस्त रेखीय विभागो के द्वारा प्रतिभाग किया गया ।


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