*दशोली और नंदानगर (घाट) ब्लाक में जल संयोजन के कार्य हुए पूर्ण।*
चमोली
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सोमवार को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन के तहत संचालित योजनाओं का योजनाओं को शीघ्र पूर्ण किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन एक महत्वाकांक्षी योजना है। उन्होंने निर्देशित किया कि योजना के तहत संचालित कार्यो को मिशन मोड में पूरा किया जाए। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए शत प्रतिशत एफएचटीसी का कार्य शीघ्र पूरा करें। वन क्षेत्रों में स्वीकृत योजनाओं के निर्माण हेतु वन विभाग से समन्वय बनाकर तत्काल कार्य प्रारंभ करें। हर घर जल ग्रामों का मिशन मोड में सत्यापन पूरा किया जाए। जल जीवन मिशन में ब्लाक दशोली और नंदानगर (घाट) में एफएचटीसी का शत प्रतिशत कार्य पूर्ण होने पर जिलाधिकारी ने संतोष व्यक्त करते हुए कार्यदायी संस्थाओं को योजना के अवशेष कार्यों को भी जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान सभी डिवीजनों के अन्तर्गत संचालित कार्यों की गहनता से समीक्षा की गई।
जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी ने अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत में विकासखंड दशोली और नंदानगर (घाट) में शत प्रतिशत जल संयोजन का कार्य पूरा हो चुका है। जनपद में 76502 घरेलू जल संयोजन के सापेक्ष अभी तक 75083 घरेलू जल संयोजन किए जा चुके है और 98.15 प्रतिशत एफएचटीसी का कार्य पूरा कर लिया गया है। अवशेष 1419 घरेलू संयोजन का कार्य प्रगति पर है। पेयजल योजनाओं के पुर्नगठन एवं जल स्रोतों के सुधारीकरण हेतु दो करोड़ से कम लागत की 536 स्वीकृत आंगणन में से 517 के टेडर हो चुके है, जिसमें से 353 कार्य प्रगति पर तथा 164 कार्य पूर्ण कर लिए गए है तथा 19 योजनाएं टेंडर प्रक्रिया में है। द्वितीय चरण की सभी योजनाओं को आगामी मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। जेजेएम के अंतर्गत आवंटित कुल 5756.13 लाख में से 4716.32 लाख व्यय हो चुका है।
बैठक में डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे, सीडीओ डॉ ललित नारायण मिश्र, जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी, जल निगम के अधिशासी अभियंता वीपी जैन, अधिशासी अभियंता अरुण प्रताप सिंह, अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार आदि उपस्थित थे।