एनजीटी नियमो की जमकर धज्जियां उड़ा रही कार्यदाई संस्थाएं
चमोली/ जोशीमठ।
चमोली एक और नदियों को साफ रखने के लिए सरकार द्वारा तमाम कोशिशें की जाती हैं। लेकिन बावजूद उसके नदियों को दूषित करने का काम सड़क निर्माण कार्यदाई संस्थाओं द्वारा किया जा रहा है। मलारी नीति नेशनल हाईवे पर इन दिनों सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। लेकिन सड़क चौड़ीकरण के दौरान कटिंग का मलवा डंपिंग जोन में ना डालने के बजाय पवित्र धौलीगंगा में डाला जा रहा है. जिससे धौलीगंगा पूरी तरह दूषित हो रही है। .और वही पानी में रहे जीव-जंतुओं को भी अपनी जान गंवानी पड़ रही है।
.एक और उत्तराखंड में नदियों को साफ स्वच्छ रखने के लिए समय-समय पर सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जाता है। लेकिन ऐसे कार्यदाई संस्थाओं पर कोई कार्यवाही नहीं होती है । जो पवित्र नदियों को दूषित करने का काम कर रहे हैं।
मलारी नीति नेशनल हाईवे पर प्रशासन के नाक के नीचे खुलेआम एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ रही है। लेकिन स्थानीय प्रशासन कार्यदाई संस्था पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। ऐसे में एक बड़ा सवाल उठ रहा है। जिन पवित्र नदियों का जल जलाभिषेक , श्रद्धालु स्नान करते है। उन पवित्र नदियों को दूषित करने वाली कार्यदाई संस्था पर आखिरकार कार्रवाही क्यों नहीं हो रही है। क्या स्थानीय प्रशासन ऐसे लोगों पर कार्यवाही करेगा या पवित्र धौली गंगा ऐसे ही दूषित होती रहेंगी और आस्था के साथ ऐसे ही खिलवाड़ होता रहेगा।