डुमक गाँव को सड़क मार्ग से अलग थलग करने का किया जा रहा षड्यंत्र
जोशीमठ/ चमोली
चमोली के जिलाधिकारी हिमांशू खुराना के दूरस्थ क्षेत्र डुमक के भ्रमण के दौरान सयुंक्त संघर्ष समिति डुमक द्वारा उन्हें मोटर मार्ग से संबंधित ज्ञापन दिया गया।
सयुंक्त संघर्ष समिति के संयोजक प्रेम सिंह सनवाल एवं स्यूण-बेमरु विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष बहादुर सिंह रावत द्वारा दिए गए ज्ञापन मे कहा गया है कि सैंजी लग्गा मैकोट-बेमरु निर्माणाधीन मोटर मार्ग पर पीएमजीएसवाई द्वारा अनावश्यक फेरबदल कर आजादी के 75 वर्षों के बाद भी डुमक गावँ को सड़क संपर्क मार्ग से अलग थलग करने का षडयंत्र किया जा रहा है।
पीएमजीएसवाई द्वारा अलग थलग की साजिश की जानकारी मिलते ही डुमक के ग्रामवासियों द्वारा जिलाधिकारी स्तर से लेकर शासन स्तर तक पत्राचार किया, कई स्तरों पर बैठकें भी हुई, बावजूद इसके पीएमजीएसवाई द्वारा पूर्व स्वीकृत समरेखण के अनुरूप सड़क निर्माण का कार्य नहीं किया जा रहा है।
ज्ञापन मे कहा गया है कि पूर्व स्वीकृत समरेखण जब भू गर्भीय सर्वेक्षण मे भी उपयुक्त पाया गया तो कार्यदायी विभाग अब समरेखणं परिवर्तन क्यों चाह रहा है?
डीएम को दिए इस ज्ञापन मे संयोजक प्रेम सिंह सनवाल ने कहा कि वर्ष 2007-08 मे जिस क्षेत्र से समरेखणं स्वीकृत हुआ था वर्ष 2019 मे भी पुनः समरेखणं इसी क्षेत्र से हुआ और तब कोई आपत्ति नहीं थी,लेकिन वर्ष 2021 आते आते विभाग को पूर्व समरेखणं पर आपत्ति होने लगी, इससे स्पष्ट हो रहा है यह प्रायोजित है। और डुमक गावँ को सड़क संपर्क मार्ग से अलग-थलग का एक कुत्सित प्रयास हैजिसे किसी भी दशा मे सफल नहीं होने दिया जाएगा।
ज्ञापन मे जिलाधिकारी से डुमक गावँ को भी विकास की मुख्य धारा से जुड़ने का अवसर दिए जाने का आग्रह करते हुए सैंजी लग्गा मैकोट-,बेमरु मोटर मार्ग को स्वीकृत समरेखणं के अनुसार स्यूण से डुमक होते हुए कलगोठ अंतिम विंदु तक निर्मित कराने के आदेश कार्यदायी संस्था को दिए जाने की मांग की गई है।