मामूली ट्रैक्टर चालक से बना कोटद्वार का खनन माफिया

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कोटद्वार/ उत्तराखंड

कोटद्वार में मेडिकल भूमि से चोरी कर चुका है करोड़ों की खनन सामग्री
खनन माफिया के आगे नतमस्तक हो गया है कोटद्वार प्रशासन
उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर के नजीबाबाद के किसान सहकारी चीनी मिल से सटे गांव में रहने वाला एक मामूली सा ट्रैक्टर चालक आज करोड़पति खनन माफिया बन चुका है पिछले कुछ सालों से उक्त खनन माफिया उत्तराखंड के कोटद्वार में चोरी के खनन में अपना डंका बजा रहा है इतना ही नहीं कोटद्वार वन विभाग से लेकर तहसील प्रशासन तक ने खनन माफिया के आगे घुटने टेक दिए हैं पिछले एक साल के दौरान कोटद्वार में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज की भूमि से उक्त खनन माफिया ने करोड़ों की खनन सामग्री को चोरी कर ठिकाने लगा दिया है।

लगातार क्षेत्र के स्थाई निवासी ग्रामीणों ने उक्त माफिया का काफी विरोध किया लेकिन कोटद्वार डीएफओ व तहसील प्रशासन के संरक्षण के चलते खनन माफिया बेखौफ होकर खनन सामग्री की चोरी करता रहा उक्त खनन माफिया के पास लगभग दस डंपर दो जेसीबी एक लोडर सहित दर्जनभर ट्रैक्टर मौजूद हैं जो रात होते ही रोजाना कोटद्वार की मालन नदी व तेली सोत नदी से अपने उपकरणों को लगाकर लाखों रुपए का आरबीएम चोरी करता है खास बात यह है कि आज तक खनन माफिया की कोई भी डंपर ट्रैक्टर जेसीबी लोडर या अन्य कोई वाहन कोटद्वार प्रशासन ने सीज नहीं किया है बल्कि मामूली डंपर मालिकों की वाहनों पर कार्रवाई की जाती है सूत्रों की माने तो खनन माफिया तहसीलदार और वन विभाग के डीएफओ को हर महीने मोटी रकम का चढ़ावा चलाता है चढ़ावा न देने वाले कमजोर डंपर मालिको का डंपर सीज कर तहसीलदार प्रशासन अपनी पीठ थपथपा लेता है ।

अगर प्रशासन ने समय रहते उक्त खनन माफिया पर बड़ी कार्रवाई नहीं की तो जल्द ही जनपद पौड़ी प्रशासन के लिए खनन माफिया बड़ा बाहुबली बनकर सर दर्द बन सकता है


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