फेसबुक व्हाट्सएप टि्वटर इंस्टाग्राम से हम जब बिना सोचे समझे दोस्ती करते हैं तो हमें कई बार साइबर अपराध की दुनिया में धकेल दिया जाता है बच्चों को जानकारी दी ःः बच्चों को

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चमोली

साइबर अपराध से बचने के उपाय जोशीमठ चमोली( उ गर्मघाटी) आज कल्पेश्वर घाटी में अटल उत्कृष्ट राजकीय प्राथमिक विद्यालय उरगम मैं बच्चों के साथ आओ सीखें प्रश्न करें खुद से पूछें हम क्या हैं शुरुआत करते हुए बच्चों को वर्तमान समय में साइबर अपराध के बारे में बताया गया लगातार साइबर अपराध दुनिया में अलग अलग तरीके से बढ़ रहे हैं उसके शिकार बच्चे किशोरिया युवा अधिक हो रहे हैं। जाने अनजाने में फेसबुक व्हाट्सएप टि्वटर इंस्टाग्राम से हम जब बिना सोचे समझे दोस्ती करते हैं तो हमें कई बार साइबर अपराध की दुनिया में धकेल दिया जाता है बच्चों को जानकारी दी गई थी जब भी आप फेसबुक से किसी से दोस्ती करें उसे अच्छी तरह से जान ले कि वह कौन है कोई ऐसा तो नहीं है कि आपको अपने फर्जी नाम से दोस्ती करके बाद में ब्लैकमेल करके अपराध की दुनिया की ओर ले जाएं आज जनदेश सामाजिक संगठन एवं स्टेप नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में बच्चों को साइबर अपराध चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 महिला हेल्पलाइन 1090 1091 व इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवा 108 जैसी सेवा के बारे में बच्चों को जानकारी दी इस मौके पर स्टेप संस्था के संयोजक सोमनाथ पाल ने बच्चों को बताया कि वे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सामाजिक विकास में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

वरिष्ठ फोटोग्राफर आशु शर्मा ने बच्चों को कहा कि अपना लक्ष्य निर्धारण करें और लक्ष्य निर्धारण के अनुरूप अपनी पढ़ाई की ठोस कार्य योजना बनाएं यदि आप अच्छे फोटोग्राफर बनना चाहते हैं तो आप छोटी सी शुरुआत करें अपने मोबाइल से कैमरे से फोटो लेकर उसको लोगों के सामने रखें प्रकृति के फोटो को अधिक से अधिक शेयर करें जिससे कि तुमको इससे फीडबैक मिल सकता है उन्होंने कहा कि मैंने दुनिया की 100000 से भी अधिक फोटो ग्राफ्स को खींच कर के दुनिया के सामने रखा है जहां भी जाता हूं वहां की प्राकृतिक सौंदर्य को अपने कैमरे में कैद करता हूं। इस मौके पर जनदेश के सचिव एल एस नेगी के द्वारा बच्चों को पर्यावरण आधारित सामान्य ज्ञान क्विज प्रतियोगिता की जानकारी दी और कहा कि हम आज के समय में प्रतियोगिता त्मक बने। वरिष्ठ लेखक ईराणी नहीं कहां की आज के युग में आप जो भी काम करते हैं उसे लोगों तक रोशनी की आवश्यकता है हम किस रूप में उसे पूछते हैं वह सामने वालों की सोच पर निर्भर करता है। इस मौके पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय उरगम की अध्यापिका देवेश्वरी नेगी ने बच्चों को व्यापक जानकारी देने पर धन्यवाद दिया। कमल सिंह असवाल प्रधानाध्यापक कार्यक्रम में उपस्थित रहे।


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