नारायण बगड़/ चमोली
खाँखर खेत कौनपुरगढ़ पर्यटन विकास समिति के गठन के लिए आहूत बैठक में अध्यक्ष पद पर देवराज रावत,सलाहकार डा. प्रीतम अपछ्यांण को सर्वसम्मति से चुना गया जबकि थराली विधायक भूपाल राम टम्टा को संरक्षक मनोनीत किया गया।
रविवार को ग्राम प्रधान गड़कोट बीना देवी की अध्यक्षता में खाँखर खेत कौनपुरगढ़ पर्यटन विकास समिति की बैठक आहूत की गई। इसमें इस क्षेत्र को धार्मिक व पर्यटन सर्किट के तौर पर विकसित किए जाने, राज्य पर्यटन मानचित्र में शामिल करने, पर्यटन के माध्यम से स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजित करने, पर्यावरण संरक्षण के कार्य करने के प्रयासों पर जोर दिया गया। कौनपुरगढ़ खाँखर खेत क्षेत्र भौगौलिक व पर्यावरण की दृष्टि से अछूता है। दूधातोली भराड़ीसैंण की उत्तरी शाखा खाँखर खेत तक फैली है। यहां खाँखर महादेव को 120 गाँवों का अधिष्ठाता व जलवायु नियंत्रण का देवता माना जाता है। यह हिमपात का प्रमुख स्थल व यहां औषधीय पादपों का भण्डार है।कौनपुरगढ़ की ऐतिहासिक मान्यता है जहाँ प्राचीन किले के खंडहर मौजूद हैं यह गढवाल के बावन गढ़ों में से एक गढ़ है। पशुचारण,वनोपज व बड़े बडे मखमली मैदानों के लिए यह विख्यात है। इस पूरे क्षेत्र में इको पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। अब इस क्षेत्र के पर्यटन विकास के लिए यहां के जनप्रतिनिधियों और बुद्धिजीवी वर्ग ने सक्रियता से काम करने की ठान ली है।
समिति के गठन में अन्य सांगठनिक पदों के साथ ही समस्त ग्राम प्रधान,क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत सदस्य,महिला मंगल दल,युवा मंगल दलों को पदेन सदस्य,शिक्षकों व बुद्धजीवियों को प्रमुखता से जिम्मेदारी सौंपी गई। इस अवसर पर बचीराम ढौंडियाल,पुरुषोत्तम प्रसाद, संतोषी देवी, फते सिंह, बीरेंद्र सिंह,कर्ण सिंह, विनोद सिंह, विक्रम सिंह, धर्म सिंह, योगी नेगी, हरेन्द्र भण्डारी, बलराज सिंह, दलवीर रोधियाल, त्रिलोक सिंह,रूद्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह आदि समस्त क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन रघुवीर सिह ने किया।