गोपेश्वर/ चमोली
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में पुरानी जीपीएफ पेंशन व्यवस्था लागू किए जाने के सम्बन्ध में दिनांक 25 अगस्त, 2021 को देहरादून में विधानसभा कूच करने से पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा संगठन को यह आश्वासन दिया गया था कि एनपीएस कर्मचारियों की पुरानी जीपीएफ पेंशन लागू करने की सकारात्मक कार्यवाही करेंगे। लम्बा समय बीतने के बाद भी प्रदेश सरकार द्वारा एनपीएस कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर कोई ठोस और सकारात्मक कार्यवाही नहीं किये जाने के दृष्टिगत और सभी अधिकारी, शिक्षक तथा कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा परेडग्राउण्ड देहरादून से मुख्यमंत्री आवास तक चेतावनी रैली निकालने का निर्णय लिया गया। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर पुरानी जीपीएफ पेंशन व्यवस्था लागू करने के सम्बन्ध में रविवार दिनांक 07 नवम्बर, 2021 को प्रदेशमर से आये कर्मचारी परैड ग्राउण्ड देहरादून में एकत्रित हुए। रैली परैड ग्राउण्ड से मुख्यमंत्री आवास कूच के लिए निकली लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर हाथीबड़कला में रोक लिया। रैली का मुख्य उद्देश्य राज्य में जीपीएफ पुरानी पेंशन बहाल करने हेतु राज्य सरकार द्वारा यथाशीघ्र अधिसूचना/शासनादेश जारी करने को चेताना था। रैली में सचिवालय संघ, अधिकारी-शिक्षक-कर्मचारी महासंघ, तमाम संगठनों व घटक संगठनों ने भाग लिया।
जनपद चमोली से बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने रैली में भाग लिया।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा जनपद इकाई चमोली के अध्यक्ष पूरन सिंह फरस्वान तथा जिला महासचिव सतीश कुमार ने कहा कि यदि सरकार द्वारा आचार संहिता लगने से पूर्व जीपीएफ पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू नहीं की गई तो सरकार को पुरानी पेंशन बहाली लागू न करने के घातक परिणाम भुगतने होंगे।
समन्वय समिति के माध्यम से चेतावनी रैली में जनपद की भागीदारी सुनिश्चित की गई जिसमें संतोष नैनवाल, जमन सिंह रावत, दिनेश नेगी, अजीत नेगी, पी एन भटियांणी, बी आर सती, नीलम रावत, सतीश सेमवाल, सुमन बिष्ट, पंकज रावत, हरीश चन्द्र सती, विनोद रतूड़ी, विपिन कुमार आदी मौजूद थे।