चमोली/
गैरसैंण को राज्य की स्थाई राजधानी बनाएं जाने के लिए जनसमर्थन जुटाने के लिए गोपेश्वर से नंगे पांव निकाली गई पदयात्रा बुधवार को आदिबद्री से दिवालीखाल पहुंच चुकी हैं।इस दौरान आदिबद्री के साथ ही पूरे यात्रा मार्ग पर पदयात्रियों का स्थानीय लोगों के द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
जिला मुख्यालय गोपेश्वर से प्रारंभ की गई पदयात्रा आज आदीबद्री से होते हुए राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण के प्रवेश द्वार दिवालीखाल पहुंच गई है। इस दौरान क्षेत्रीय जनता ने पदयात्रियों का भव्यरूप से स्वागत करते हुए गैरसैंण को राज्य की स्थाई राजधानी बनाएं जाने का समर्थन किया।इस मौके पर पूर्व विधायक स्व धनश्याम डिमरी के पोते सुशील कुमार डिमरी ने यात्रा का भव्य स्वागत किया इसके साथ ही हरेंद्र सिंह चौधरी, नरेश बरमोला जी, अधिवक्ता बीरेंद्र सिंह लडोला, पूर्व प्रमुख राजेंद्र सिंह सगोई नआदि साथियों ने की, सभी साथियों का हार्दिक आभार, सुशील कुमार डिमरी जी का यात्रा का स्वागत करते हुए कहा कि पहाड़ का विकास पहाड़ी क्षेत्र में ही इसकी राजधानी की स्थापना से ही संभव है।
इस बीच बसक्वाली के पूर्व प्रधान देवेन्द्र सिंह चौहान, आदिबद्री के पूर्व प्रधान विनोद रावत , नरेश बरमोला,बसन्त शाह, देवेन्द्र सिंह रावत आदि ने भी भी स्वागत करते हुए विचार व्यक्त किए।