चमोली
विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 में जनपद की तीनों विधानसभा में तैनात सहायक व्यय प्रेक्षक, लेखा टीम, उडन दस्ते, स्थैतिक निगरानी टीम वीडियो निगरानी टीम, वीडियो अवलोकन टीम, एमसीएमसी, डीएलएमटी, कन्ट्रोल रूम एवं कॉल सेंटर के प्रभारी अधिकारियों और एफएस व एसएसटी में तैनात प्रभारी पुलिस अधिकारियों के साथ व्यय अनुवीक्षण सेल की नोडल अधिकारी/कोषाधिकारी दीपिका चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने को लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से जारी दिशा निर्देशों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
व्यय अनुवीक्षण सेल के नोडल अधिकारी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में आईपीसी-1860, आरपीएक्ट-1951 एवं कन्डेक्ट ऑफ इलेक्शन रूल-1961 के विधिक प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विधानसभा सामान्य निर्वाचन में अभ्यर्थियों द्वारा किए जाने वाले निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा रू0 30.80 लाख निर्धारित की गई है। निर्वाचन व्यय लेखा दाखिल करने में विफल रहने पर, रिश्वत, अवैध शराब व अन्य वस्तुओं के वितरण में लिप्त पाए जाने पर सुसंगत धाराओं में कानूनी कार्यवाही किए जाने हेतु निहित प्रावधानों की भी जानकारी प्रदान की गई।
नोडल अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन की घोषणा के साथ ही अधिकतर टीमों को अपना कार्य प्रारम्भ करना होगा। उन्होंने सभी टीमों को निर्धारित अवधि से पूर्व ही अपना कार्य एवं दायित्व भली भांति समझने की बात कही। कहा कि इसके लिए ईसीआई की वेबसाईट पर दिए गए निर्देशों का भी जरूर अध्ययन करें। निर्वाचन में सी-विजिल एप एवं जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम का प्रयोग किए जाने के साथ ही प्रिन्ट व इलेक्ट्रानिक मीडिया की भी गहन जांच की जाएगी ताकि पेड न्यूज का पता लगाया जा सके। निर्वाचन में तैनात सभी टीमों को उनके कार्य एवं दायित्वों के बारे में विस्तार से बताया गया एवं किसी भी प्रकार की शंका/दुविधा होने की स्थिति में उसका त्वरित निराकरण कराने की बात भी कही गई।
जल्द ही सभी टीमों को द्वितीय व तृतीय फेज की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान सत्य प्रसाद गौड़, असलम सिद्वीकी, सैन सिंह बिष्ट, एवं सभी टीमों के प्रभारी अधिकारियों एवं सदस्यों ने प्रतिभाग किया।