7 फरवरी को रैंणी घाटी में आयी भीषण जल प्रलय के बाद यहां के प्रभावित गांवों एवं कट आफ हुए गांवों को एसबीआई की टीम ने लाता पहुंचकर विशेष शिविर का आयोजन कर सम्मानित किया, साथ ही घाटी के 9 ग्राम सभाओं के 25 तोकों के ग्रामीणों को सामुहिक सामाग्रियों का वितरण किया व चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया। कार्यक्रम में सभी गांवों के प्रधान, क्षे0पंस, सरपंच, महिला मंगल दलों समेत ग्रामीणों ने भाग लिया।
लाता गांव में आयोजित इस शिविर में पहुंचे एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक विकास वशिष्ठ ने कहा कि एसबीआई सदैव आपदा प्रभावितों के साथ खडी है व समय समय पर एसबीआई ने लोगों की मदद की है व आगे भी हर संभव मदद की जायेगी। कहा कि आज उनकी टीम ने लाता में पहुंचकर लोगों की मांग के अनुरूप 25-25 पतीला, कढाई, गिडिया, गेस भट्टी , दरी, छन्नी, पल्टा आदि बांटी है जिसमें 8 लाख से अधिक धनराशि खर्च हुई है।, कहा कि एसबीआई को इस मुकाम तक पहुंचाने में पहाडी अचंलों के गांवों का भी महत्वपूर्ण योगदान है, कहा कि एसबीआई को सदैव ही पहाडी लोगों से प्यार मिला है।
एस बी आई जोशीमठ के प्रबंधक गबर सिंह रावत ने कहा कि आपदा के बाद से उनकी संस्था क्षेत्रवासियों के हित के लिए सोच रही थी ,कहा कि गांव में सामुहिक कार्यों में उपयोग में आने वाली वस्तुओं को इस लिए वतरित किया गया है ताकि उसका उपयोग हर ग्रामीण कर सके, कहा कि यह क्षेत्रवासियों से जुडने की एक पहल है आगे भी क्षेत्र के विकास में कार्य किए जायेंगे बताया कि आयोजित चिकित्सा शिविर में 200 लोगों के स्वास्थ्य परिक्षण कर निशुल्क दवाईयों का वितरण किया गया है।
वहीं लाता समेंत घाटी के सभी गांवों के लोगों ने पौंणा नृत्य एवं झुमेलो कर अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रबंधक विकास वशिष्ठ, चीफ मैनेजर ओम बीर गौतम, एसबीआई जोशीमठ के प्रबंधक गबर सिंह रावत, डा सुदर्शन भंडारी, प्रधाान लाता सरिता देवी, सरपंच धर्मेन्द्र , डा पुडीर, राहुल सिंह रावत, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।