जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ किये जाने पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य मुकुन्दनन्द ब्रह्मचारी के विधायक का आभार जताया

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जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ किये जाने पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य मुकुन्दनन्द ब्रह्मचारी के विधायक का आभार जताया

जोशीमठ। मुख्यमंत्री ने बद्रीनाथ के विधायक के आग्रह पर की घोषणा।

आद्य जगद्गुरु शंकराचार्य की तपस्थली ज्योतिर्मठ को जोशीमठ के नाम से जाने जाना लगा था, और यह विकास खण्ड पैनखंडा जोशीमठ के नाम से ही प्रचलित हो गया था,हालाँकि नाम परिवर्तन की कवायद पूर्व में कई बार हुई, लेकिन कवायद सफल नहीं हो सकी।

 

वर्ष जून2016 में ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने ज्योतिर्मठ में आयोजित एक धार्मिक समारोह में जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ किये जाने की इच्छा जाहिर की थी।
जिसके क्रम में जोशीमठ की तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष रोहणी रावत की अध्यक्षता में 9 जुलाई 2016को हुई बैठक में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज की इच्छा के अनुरूप जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ किये जाने का प्रस्ताव पारित हुआ था।इसके बाद वर्ष2019 में पूर्व प्रमुख प्रकाश रावत ने इस मसले को जिला पंचायत के सदन में रखते हुए जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ किये जाने का प्रस्ताव भी पारित करवाया। उसी दिन घाट ब्लॉक का नाम नंदानगर रखे जाने का प्रस्ताव भी सदन से पारित हुआ था।


घाट ब्लॉक का नाम नंदानगर किये जाने के शासनादेश के बाद जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ किये जाने का मामला भी तूल पकड़ने लगा, विधायक प्रतिनिधि सुभाष डिमरी द्वारा विधायक महेन्द्रभट्ट को नगर पालिका व जिला पंचायत से पारित प्रस्तावों की प्रतियां भेजते हुए यथाशीघ्र कार्यवाही का आग्रह किया।
बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट ने बीती 20 दिसम्बर 2921को मुख्यमंत्री को पत्र भेजा और शनिवार को नंदानगर में आयोजित विजय संकल्प यात्रा के दौरान अपनी अन्य मांगों के साथ जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ किये जाने की मांग को भी प्रमुखता से मुख्यमंत्री के सामने रखा।जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ज्योतिर्मठ के पौराणिक महत्व को समझते हुए जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ किये जाने की घोषणा की।

 

ज्योतिर्मठ नाम किए जाने पर पैनखंडा के जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य मुकुंदानंद ब्रह्मचारी ने ज्योतिर्मठ की गरिमा के अनुसार नाम मिलने पर क्षेत्र के विधायक एवं उत्तराखंड सरकार को इस पुनीत कार्य के लिए साधुवाद दिया है।


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